डिजिटल युग में सामाजिक संरचनाओं की बदलती गतिशीलता
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Abstract
डिजिटल क्रांति ने सामाजिक संरचनाओं को गहराई से बदल दिया है, संचार, कार्य गतिशीलता और शक्ति पदानुक्रम को नया रूप दिया है। जैसे-जैसे तकनीक आगे बढ़ती है, दैनिक जीवन पर इसका प्रभाव अधिक व्यापक होता जाता है, जो अवसर और चुनौतियाँ दोनों प्रस्तुत करता है। यह अध्ययन इस बात की पड़ताल करता है कि कैसे डिजिटलीकरण ने मिश्रित-पद्धति दृष्टिकोण के माध्यम से सामाजिक संपर्क, कार्यस्थल मॉडल और प्राधिकरण संरचनाओं को फिर से परिभाषित किया है। 500 प्रतिभागियों के सर्वेक्षण और 20 पेशेवरों के साथ विशेषज्ञ साक्षात्कारों ने डिजिटल अपनाने में महत्वपूर्ण रुझान प्रकट किए। निष्कर्ष बताते हैं कि 75% व्यक्ति मुख्य रूप से डिजिटल संचार पर निर्भर हैं और 70% व्यक्तिगत औ र व्यावसायिक विकास पर सोशल मीडिया के प्रभाव को पहचानते हैं। महामारी से पहले 10% से महामारी के बाद 50% तक दूरस्थ कार्य अपनाने में वृद्धि हुई (पी < 0.001), जो कार्य संस्कृति में एक मौलिक बदलाव को दर्शाता है। हालाँकि, डिजिटल थकान और गोपनीयता जोखिम जैसी चिंताएँ महत्वपूर्ण चुनौतियों को उजागर करती हैं। प्रतिगमन विश्लेषण अत्यधिक डिजिटल जुड़ाव और भलाई के बीच एक मजबूत नकारात्मक सहसंबंध को प्रकट करता है। ये निष्कर्ष तेजी से डिजिटल होती दुनिया में मानसिक स्वास्थ्य औ र सुरक्षा की रक्षा के लिए डिजिटल साक्षरता, सावधानीपूर्वक प्रौद्योगिकी उपयोग और रणनीतिक नीतियों की तत्काल आवश्यकता पर बल देते हैं।
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