महिला एवं राजनीति: वर्तमान चुनौतियाँ, समस्याएँ, और भविष्य की संभावनाएँ

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डॉ. अनिल कुमार मीना

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महिलाओं की राजनीति में भागीदारी लोकतंत्र को समावेशी और संतुलित बनाने के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण है, लेकिन वर्तमान समय में यह कई चुनौतियों और समस्याओं से घिरी हुई है। पितृसत्तात्मक मानसिकता, सांस्कृतिक रूढ़ियाँ, और पारंपरिक लैंगिक भूमिकाएं महिलाओं को सार्वजनिक जीवन और नेतृत्व में शामिल होने से रोकती हैं। राजनीतिक दलों में महिलाओं को नेतृत्व की भूमिकाओं में भेदभाव का सामना करना पड़ता है, जबकि आर्थिक असमानता, चुनावी अभियानों के लिए संसाधनों की कमी, और राजनीतिक नेटवर्क तक सीमित पहुंच उनकी भागीदारी को और जटिल बना देती है। इसके अतिरिक्त, लिंग आधारित हिंसा, उत्पीड़न, और भेदभाव राजनीति में महिलाओं के लिए एक शत्रुतापूर्ण माहौल बनाते हैं। भविष्य की संभावनाएं उत्साहजनक हैं। संसद और स्थानीय निकायों में महिलाओं के लिए आरक्षण और सकारात्मक कार्रवाई नीतियाँ उनकी भागीदारी को बढ़ावा दे रही हैं। शिक्षा और कौशल विकास कार्यक्रमों से महिलाएं राजनीतिक नेतृत्व के लिए सशक्त हो रही हैं। महिला नेताओं के सफल उदाहरण अन्य महिलाओं को प्रेरित कर रहे हैं, जबकि सामाजिक संगठनों और आंदोलनों के माध्यम से जागरूकता बढ़ रही है। इन प्रयासों से महिलाओं की भागीदारी न केवल लोकतंत्र को मजबूत करेगी, बल्कि अधिक समावेशी और न्यायपूर्ण समाज की नींव रखेगी।

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डॉ. अनिल कुमार मीना. (2025). महिला एवं राजनीति: वर्तमान चुनौतियाँ, समस्याएँ, और भविष्य की संभावनाएँ. International Journal of Advanced Research and Multidisciplinary Trends (IJARMT), 2(1), 69–83. Retrieved from https://www.ijarmt.com/index.php/j/article/view/42
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