माध्यमिक स्तर के सरकारी एवं निजी विद्यालयों में कार्यरत शिक्षकों की कार्य अभिप्रेरणा का तुलनात्मक अध्ययन
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Abstract
वर्तमान अध्ययन शहरी क्षेत्रों में स्थित सरकारी और निजी माध्यमिक विद्यालयों में कार्यरत शिक्षकों की कार्य प्रेरणा की खोज और तुलना करता है। शोध की मुख्य धारणा यह है कि एक शिक्षक शैक्षिक प्रणाली का केंद्रीय स्तंभ है और उनकी कार्य प्रेरणा उनके कर्तव्यों के प्रति उनकी दक्षता और प्रतिबद्धता को महत्वपूर्ण रूप से प्रभावित करती है।
अध्ययन का उद्देश्य यह निर्धारित करना था कि सरकारी और निजी स्कूल के शिक्षकों के बीच कार्य प्रेरणा के स्तरों में कोई महत्वपूर्ण अंतर है या नहीं। एक स्तरीकृत यादृच्छिक नमूनाकरण पद्धति का उपयोग करके 500 शिक्षकों का एक नमूना चुना गया था। 250 सरकारी स्कूलों से और 250 निजी स्कूलों से। डाॅ॰ ए.के. श्रीवास्तव (1988) द्वारा विकसित मानकीकृत कर्मचारी प्रेरणा अनुसूची का उपयोग करके डेटा एकत्र किया गया था। एकत्र किए गए डेटा का अंतर और सहसंबंधों का आकलन करने के लिए उपयुक्त तकनीकों के माध्यम से सांख्यिकीय रूप से विश्लेषण किया गया था।
निष्कर्षों से पता चला कि सरकारी स्कूल के शिक्षकों ने निजी स्कूलों के अपने समकक्षों की तुलना में कार्य प्रेरणा का काफी उच्च स्तर प्रदर्शित किया
(ज ढ 0ण्05)। आगे के विश्लेषण से पता चला कि नौकरी की सुरक्षा, वेतन मानक और सामाजिक सम्मान जैसे कारकों ने सरकारी शिक्षकों के बीच प्रेरणा बढ़ाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। इसके विपरीत निजी स्कूल के शिक्षकों को अक्सर नौकरी की असुरक्षाए सीमित संसाधनों और तुलनात्मक रूप से कम वेतन का सामना करना पड़ता था, जिससे उनके प्रेरणा स्तरों को नकारात्मक रूप से प्रभावित किया।
यह अध्ययन नीति निर्माताओं और स्कूल प्रशासकों के लिए मूल्यवान अंतर्दृष्टि प्रदान करता है। निष्कर्ष बताते हैं कि निजी स्कूलों में नौकरी की स्थिरता, वेतन संरचना और काम करने की स्थिति में सुधार से शिक्षकों की प्रेरणा बढ़ सकती है। इसके अतिरिक्त सरकारी स्कूलों में प्रेरणा बढ़ाने वाली नीतियों को बनाए रखा जाना चाहिए और उन्हें और मजबूत किया जाना चाहिए। कुल मिलाकर, अध्ययन शैक्षिक पहलों की सफलता सुनिश्चित करने और शिक्षा की गुणवत्ता में सुधार करने में एक प्रेरित शिक्षण कार्यबल के महत्व पर जोर देता है। सरकारी और निजी दोनों शैक्षणिक संस्थानों में शिक्षकों के बीच दीर्घकालिक प्रेरणा को बढ़ावा देने के लिए एक सहायक और पुरस्कृत कार्य वातावरण बनाना महत्वपूर्ण है।
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